कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा कोरोनावायरस के साथ निपटने के लिए राज्य की तैयारियों का जायज़ा
- रोज़ाना के आधार पर स्थिति की निगरानी करेंगे मुख्यमंत्री
- स्वास्थ्य विभाग को हालातों पर नज़र रखने के लिए कहा
- लोगों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहने की अपील
- 24 घंटे निगरानी रखने के लिए रिस्पांस टीम और राज्य एवं जि़ला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
चंडीगढ़, 5 मार्च। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज खतरनाक रोग कोरोनावायरस (कोविड-19) के साथ निपटने के लिए राज्य की तैयारियों का जायज़ा लिया। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को वैश्विक स्तर पर फैले इस वायरस के साथ पैदा हुई स्थिति पर नज़र रखने का हुक्म दिए हैं।मुख्यमंत्री ने लोगों को एहतियात के तौर पर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाने की अपील की है। उन्होंने रोज़ाना के आधार पर स्थिति की निगरानी करने का भी फैसला लिया।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को इस वायरस से निपटने के लिए तन-मन से जुटने के हुक्म दिए। इस मंतव्य के लिए चार सीनियर डॉक्टरों पर अधारित स्टेट रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। हरेक जि़लो में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और जि़ला स्तरीय रिस्पांस टीमें 24 घंटे चौकस रहेंगी। इसके अलावा हैडक्वाटर में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम ($फोन नंबर-88720-90029/0172-2920074) भी स्थापित किया गया है जिससे किसी तरह की शिकायत /संकट आने पर तत्काल कार्यवाही की जा सके।
कोविड-19 से पैदा होने वाले किसी भी तरह के हालातों से मुकाबले के लिए किये गए प्रबंधों का जायज़ा लेने के लिए उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को वायरस के ख़तरे के मद्देनज़र इसके लक्षणों और उठाए जाने वाले एहतियाती कदमों संबंधी लोगों को जागरूक करने के लिए तुरंत एडवाइजऱी (सलाहकारी) जारी करने के आदेश दिए।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मुख्य सचिव को कहा कि डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जि़लों में व्यापक जागरूकता मुहिम चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की सहायता करने के लिए सम्बन्धित फील्ड स्टाफ को ज़रुरी दिशा-निर्देश जारी करने की हिदायतें दीं जाएँ। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नरों को लोगों में घबराहट पैदा होने से रोकने और भरोसा पैदा करने के लिए सक्रियता से कदम उठाने चाहिएं।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस समय पर पंजाब में कुल 5795 ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने प्रभावित मुल्कों का स$फर करने के विवरण हैं। गुरूवार तक 13 व्यक्तियों में कोविड -19 के लक्षण होने का पता लगा है।श्री सिद्धू ने कहा कि हालाँकि स्थिति पूरी तरह काबू में है और किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है। उन्होंने लोगों को घबराहट में न आने की अपील की।कोरोनावायरस से निपटने के लिए की तैयारियों संबंधी मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने बताया कि विभाग द्वारा प्रांतीय नोडल अ$फसर को निगरान अ$फसर के तौर पर मनोनित किया गया है और स्थिति को संभालने के लिए जि़ला नोडल अ$फसर भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की दहश्त की स्थिति से निपटने के लिए 22 जि़ला अस्पतालों और तीन सरकारी मैडीकल कॉलेजों की पहचान की गई है। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में 649 बिस्तरों के अलग वार्ड (आईसोलेटिड वार्ड) बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 वैंटीलेटरों का भी बंदोबस्त किया जा चुका है जिनमें जि़ला अस्पतालों में 14 और सरकारी मैडीकल कॉलेजों में 10 वैंटिलेटर शामिल हैं।मीटिंग के दौरान जानकारी दी गई कि अमृतसर और मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को चौकस कर दिया गया है और मुसा$िफरों की जानकारी के लिए हवाई अड्डों पर सलाह जारी करने के अलावा सूचना, शिक्षा और संचार सामग्री को प्रदर्शित किया गया है। हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर लगाए जा चुके हैं और व्यक्तियों की जांच शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पैरा मैडीकल स्टाफ समेत मैडीकल टीमों को तैनात कर दिया गया है। मुसा$िफरों को स्व-घोषणा जानकारी देने के लिए ऐलान किये जा रहे हैं। इसी तरह अमृतसर में वाहगा/अटारी बॉर्डर चैक पोस्ट और गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक चैक पोस्ट पर मुसा$िफरों की जांच शुरू कर दी गई है। इन चैक पोस्टों पर मुसा$िफरों की जांच के लिए संपर्क रहित (नॉन-कांटक्ट) थर्मोमीटर भी मुहैया करवाए गए हैं और इसके अलावा सूचना सामग्री प्रदर्शित की गई है।जानकारी के मुताबिक उपरोक्त हवाई अड्डों /बॉर्डर चैक पोस्टों पर अब तक 70,106 मुसाफिरो की जांच की गई है जिनमें से अमृतसर हवाई अड्डे पर 47,671 मुसा$िफर, मोहाली हवाई अड्डे पर 4943, वाहगा/अटारी चैक पोस्ट पर 5401 और डेरा बाबा नानक चैक पोस्ट पर 12091 मुसा$िफरों की जांच की गई है। प्रांतीय हैडक्वाटर केंद्रीय निगरान यूनिट, आई.डी.एस.पी. दिल्ली को हर रोज़ रिपोर्ट भेजी जा रही है।मीटिंग में मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान मंत्री ओ.पी. सोनी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान के प्रमुख सचिव डी.के. तिवारी, स्वास्थ्य सचिव कुमार राहुल, स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव-कम-एम.डी. पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन मनवेश सिंह सिद्धू और डायरैक्टर स्वास्थ्य डॉ. अवनीत कौर उपस्थित थे।