कपड़े उतार कर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित समय के लिए रेलवे ट्रेक किया जाम
ट्रेक पर जाम लगने से कई ट्रेनों को करना पड़ा रद्द।
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
बटाला। किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी से संबंधित किसानों ने बटाला रेलवे ट्रेक पर बैठ कर रविवार को अनिश्चित समय के लिए अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने रेलवे ट्रेक पूरी तरह से जाम कर दिया गया। किसानों के इस उग्र प्रदर्शन की वजह से कुछेक ट्रेनें ही चली। रविवार को रेलवे विभाग की तरफ से कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। ट्रेनों के रद्द होने की वजह से यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा और लोगों को रविवार को बसों में ही सफर करना पड़ा। मांगों को लेकर किसानों ने अपने कपड़ों को उतार कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में ना केवल किसान ब्लकि महिलाओं और बच्चों ने भी शिरकत की। प्रदर्शन की अगुवाई प्रादेशिक स्तरीय किसान नेता सविंदर सिंह चुताला,लखविंदर सिंह वरियाम नंगल और हरविंदर सिंह मसानिया ने की। इस मौके पर संगठन के सीनियर नेता सरवन सिंह पंधेर और जिला गुरदासपुर के प्रधान हरदीप सिंह फौजी ने कहा कि पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि होने की वजह से नुकसान के मुआवजे के लिए सरकारों के दावे खोखले साबित हो रहें है। अपनी मांगों के बारे में बताते हुए उक्त किसान नेताओं ने कहा कि फसल के 100 फीसदी नुकसान पर 50 हजार प्रति ऐकड़ मुआवजा दिया जाए और गेंहू की सरकारी खरीद के मौके पर मंडियों में बदरंगे और नमी की शर्तों को नर्म किया जाए। किसान नेताओं ने आगे कहा कि भारत माला प्रौजैक्ट तहत कट्डा नेशनल हाइवे के लिए एक्वायर की गई जमीन का मुआवजा एक सार दिया जाए और जो मुआवजा एसडीएम द्वारा अवार्ड के रूप में जारी किया गया है,वह एक सार नही है। नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि संबंधित सरकारी और गैर सरकारी चीनी मिल्लों का बकाया जारी किया जाए और गन्नें का रेट 380 रू के साथ दिया जाए