देश की खातिर शहादत देने वाले बटाला के शहीद सिपाही लवप्रीत सिंह का पार्थिव शरीर पैतृक गांव माड़ी टांडा पहुंचा,सरकारी सम्मान से किया अंतिम संस्कार
⇒23 वर्षीय लवप्रीत सिंह की पूंछ सेक्टर में डियूटी के दौरान पहाड़ी से पैर फिसलने से गहरी खाई में गिरने हुई थी मौत
⇒शहीद लवप्रीत की सगाई मार्च 2021 में हुई थी और शादी भी दिसंबर को होनी निश्चत हुई थी
⇒ सीएम द्वारा शहीद सिपाही लवप्रीत सिंह के वारिसों को 50 लाख रुपए एक्स-ग्रेशिया देने का ऐलान।
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
बटाला,21अगस्त,(विक्की कुमार)-जम्मू- कश्मीर के पुंछ सेक्टर में गश्त के दौरान पैर पहाड़ी से पैर फिसलने के बाद नीचे गहरी खाई में गिरने से भारतीय सैनिक की मौत हो गई। शहीद सैनिक की पहचान लवप्रीत सिंह के रूप में हुई है। उक्त सैनिक बटाला तहसील के गांव माड़ी टांडा का रहने वाला था। लवप्रीत महज (23) साल का था और अभी 5 साल की सर्विस पूरी की थी। शुक्रवार को यह दुर्घटना तब घटी जब लवप्रीत सिंह अपनी यूनिट की टुकड़ी के साथ जिला पुंछ के शूरणकोट क्षेत्र में गश्त कर रहा था।
शहीद लवप्रीत सिंह 16 आर.आर 11 सिख यूनिट में तैनात था। वहीं शनिवार को शहीद सैनिक लवप्रीत सिंह की मौत की खबर से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। शनिवार को सैनिक लवप्रीत सिंह पार्थिव शरीर लाया गया, यहां शहीद के पैतृक गांव माड़ी टांडा में सरकारी सम्मान के साथ वीर सैनिक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। शनिवार को जैसे ही शहीद लव्रपीत सिंह का पार्थिव शरीर गांव में ताबूत में पहुंचा तो घर पर मौजूद पिता जसविंदर सिंह,माता रविंदर कौर और भाई मनप्रीत सिंह जो 10 सिख रेजिमैंट में तैनात हैं, का मन भर गया। शहीद लवप्रीत सिंह और उसके भाई मनप्रीत सिंह दोनों इकट्ठे ही सेना में भरती हुई थे और इकट्ठे ही ट्रेनिंग की थी। इस मौके पर हलका श्री हरगोबिंदपुर के विधायक बलविंदर सिंह लाड़ी और एसडीएम बटाला बलविंदर सिंह भी पहुंचे। शनिवार की शाम को करीब पांच बजे शहीद लवप्रीत सिंह का सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर सिख रेजिमैंट के जवानों ने हवाई फायरिंग करके शहीद को सलामी दी। इस मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक लोगों ने शहीद लवप्रीत सिंह को श्रद्धांजलि भेंट की।
मुझे गर्व है अपने बेटे की शहादत पर- शहीद के पिता जसविंदर सिंह।
इस मौके पर शहीद लवप्रीत सिंह के पिता सेवामुक्त सूबेदार जसविंदर सिंह ने बताया कि उनको हमेशा ही अपने बेटे लवप्रीत सिंह पर गर्व रहेगा जो महज 23 साल की आयु में ही अपने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर गया है। ऐसी कुर्बानी के महत्व को केवल एक फौजी ही समझ सकता है। उन्होंने बताया कि लवप्रीत सिंह का रिश्ता मार्च 2021 में तय हुआ था और दिसंबर में शादी होनी थी लेकिन उस परतात्मा को कुछ ओर ही मंजूर था।
शहादत का मुल्य नही उतारा जा सकता, शहीद के परिवारों का मान-सम्मान ही सच्ची श्रद्धांजलि- कुंवर रविंदर सिंह विक्की।इस मौके पर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि जिला गुरदासपुर ने एक ओर लाल 16 राष्ट्रीय राइफल का सिपाही लवप्रीत सिंह देश के लिए कुर्बान कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुंछ सेक्टर में पिछले तीन दिनों से फौजी कार्रवाईयां चल रही थी।आतंकवादियों के सुराग में लव्रपीत सिंह पेट्रोलिंग पर था, इसी दौरान लवप्रीत सिंह का पैर पहाड़ी से फिसल गया और नीचे गहरी खाई में जा गिरा,जिससे उसके सिर में चोट आ गई, जिसकी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि शहादत का मुल्य नही उतारा जा सकता और शहीदों के परिवारों का मान-सम्मान ही एक सच्ची श्रद्धांजलि है।