तेलंगाना पुलिस द्वारा किए एनकाऊंटर की लोगों ने की सराहना।
-पुलिस कार्रवाई को बताया दलेराना काम।
न्यूज4पंजाब ब्यूरो।
बटाला। हैदराबाद के तेलंगाना में एक डॉक्टर से दुष्कर्म करने के बाद उसको जलाकर मौत के घाट उतारने वाले चारों आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार को इनकाऊंटर करके उनको मौत की नींद सुला दिया। इस एनकाऊंटर को लेकर देश के लोगों में खुशी की लहर है। वहीं भारत के लोग तेलंगाना पुलिस की तारीफ करने में जुटे हुए हैं और एनकाऊंटर टीम की बहादुरी को सलाम कर रहें हैं। वहीं लोगों का मानना है कि पुलिस की ऐसी कार्रवाईयां ही ऐसी दरिंदगी को खत्म कर सकती है। वहीं कुछेक लोगों का कहना है कि हर कांड में एनकाऊंटर तो संभव नही मगर देश में ऐसी दरिंदगी के खिलाफ कड़ा एवं सख्त कानून बनना चाहिए ताकि ऐसी दरिंदगी करने से पहले कोई भी युवक सौ बार सोचे। पुलिस द्वारा किए गए एनकाऊंटर के विषय के बारे में अमर उजाला ने विभिन्न लोगों के विचार जानने की कोशिश की।
इस संबंध में पेशे से डॉक्टर जसपाल सिंह निवासी बटाला का कहना है कि तेलंगाना पुलिस ने जो किया है, उससे दुष्ट लोगों के प्रति एक नई क्रांति ने जन्म लिया है। इतिहास में पुलिस का यह एनकाऊंटर हमेशा याद रखा जाएगा। इन बलातकारियों का ऐसा ही अंजाम होना चाहिए था। तेलंगाना पुलिस ने निडरता और बहादुरी का पुखता प्रमाण दिया है। उनका कहना है कि दुष्कर्म जैसे जुर्म पर विराम लगाने के लिए एनकाऊंटर को ही कानून बनाना चाहिए। इस संबंध में रशपाल सिंह का कहना है कि हर बार तो एनकाऊंटर होना तो संभव नही है। दुष्कर्म के आरोपियों के लिए सख्त से सख्त कानून बनना चाहिए और कानून समयबद्घ भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बलात्कार जैसे संगीन जुर्म की घटनाओं से देश की जनता अब ऊब चुकी है और लोगों में दिन ब दिन गुस्सा बढता ही जा रहा है। इस संबंध में पूर्व इंस्पेक्टर विश्वमित्र का कहना है कि हैदराबाद की तेलंगाना पुलिस ने बहुत ही दलेराना फैसला लिया है। उनका कहना है कि ऐसा होने से आने वाले समय में इस जुर्म पर रोक लगेगी। ऐसा करते वक्त लोग मौत से डरेंगे। ऐसा होने से दुष्कर्म जैसी वारदातों पर अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के आरोपी भी आतंकी के सामान हैं। ऐसी कार्रवाईयां अनिवार्य थी।