डियूटी पर देहांत के बाद सैनिक युगराज सिंह का पैतृक गांव में किया अंतिम संस्कार
30 अक्तूबर को सेवा मुक्त होना था युगराज सिंह ने
विक्की कुमार
बटाला,12 अक्तूबर। शहीद सैनिक युगराज सिंह का डियूटी के दौरान देहांत होने के बाद बुधवार को 36 वर्षीय शहीद सैनिक युगराज का शव उसके पैतृक गांव चौणें लाया गया। जैसे ही सैनिक की मृतक देह गांव चौणे पहुंची तो पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया। रो-रो कर परिवारिक सदस्यों का बुरा हाल था। वहीं बुधवार की शाम को गांव के श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ सैनिक युगराज सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इस मौके पर सैनिक टुकड़ी ने हवाई फायर करके युगराज सिंह को सलामी दी। वहीं बतां दे कि भारतीय सेना की गार्ड बटालियन में पिछले 17 साल से नौकरी पर तैनात युगराज सिंह की 10 अक्तूबर को डियूटी के दौरान देहांत हो गया था। युगराज के परिवारिक सदस्यों ने बताया कि 5 अक्तूबर को घर में खुशी का माहौल था,युगराज अपनी बहन की शादी करके अपनी जिम्मेदारी निभाकर 7 अक्तूबर को वापिस अपनी डियूटी पर वापिस चला गया था। युगराज ने इसी महीने अक्तूबर 2022 में ही सेवा मुक्त होना था लेकिन बदकिस्मती से युगराज सेवा मुक्त होने से पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह गया। युगराज सिंह की पत्नी समेत दो बच्चें हैं। बेटा 9 वर्ष का है और बेटी 2 वर्ष की है।