उपलब्धि- जिस स्कूल में कभी छात्र थे,उसी स्कूल में हेडमास्टर बन स्टेट अवार्ड लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं जसविंदर सिंह भुल्लर।
-स्कूल का नाम छात्र और हेडमास्टर के रूप में किया रौशन।
-सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए बने एक मिसाल हेडमास्टर एवं स्टेट अवार्डी जसविंदर सिंह भुल्लर।
न्यूज4पंजाब डेस्क
बटाला,6 सितंबर।उस समय शायद कभी किसी ने यह सोचा ना होगा कि छोटे-छोटे हाथों से बसता पकड़ कर स्कूल पढ़ने आता यह छोटा सा छात्र जिसका नाम जसविंदर सिंह भुल्लर हैं, कभी इसी स्कूल का हेडमास्टर बनकर सरकार से स्टेट अवार्ड हासिल करेगा। आज उसी जसविंदर सिंह भुल्लर ने उसी स्कूल में हेडमास्टर नियुक्त होने के बाद स्टेट अवार्ड प्रात्त कर अपने स्कूल का नाम रौशन किया है। वहीं सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों और अध्यापकों के लिए प्ररेणास्रोत बने हैं
वहीं पंजाब सरकार से 5 अगस्त 2022 को शिक्षक दिवस के मौके पर पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान से स्टेट अवार्ड लेकर बटाला के सरकारी हाई स्मार्ट स्कूल गिलांवाली (किला दर्शन सिंह) के हेडमास्टर जसविंदर सिंह भुल्लर निवासी बटाला बड़ा गर्व महसूस कर रहें हैं। वहीं दृढ़ संकल्प,साकारत्मक सोच रखने वाले जसविंदर सिंह भुल्लर ने इस अवार्ड को हासिल करके सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के सामने एक मिसाल कायम की है।
वर्णनीय है कि 44 वर्षीय जसविंदर सिंह भुल्लर ने 2006 से लेकर 2020 तक साइंस अध्यापक और कंपीटीटव सेल के नोडल अधिकारी के रूप में बटाला के गांव धर्मकोर्ट बग्गा के हाई स्कूल में अपनी सेवांए दी। इस कार्यकाल के दौरान उनकी साकारात्मक सोच और जीवन में कुछ करने की इच्छा शक्ति की बदौलत उनके स्कूल के 57 छात्र एन.एम.एम.एस (नेशनल मीनज कम मैरिट स्कॉलरशिप) के लिए चुने गए। इसी स्कॉलरशिप के तहत प्रति छात्र को 48000 रूपए दिए जाते हैं। इसके अलावा गांव धर्मकोट बग्गा के सरकारी हाई स्कूल के 22 छात्र पी.एस.टी.एस.ई (पंजाब स्टेट टेलंट सर्च एग्जैमिनेशन) के लिए चुने गए।
इसके बाद 2020 में भुल्लर ने पीपीएससी का टेस्ट में सफलता पाकर सरकारी हाई स्मार्ट स्कूल गिलांवाली (किला दशर्न सिंह) के मुख्य अध्यापक के तौर नियुक्त हुए जहां 2020-21 में उनके स्कूल के 7 छात्र मैरिटोरियस स्कूल के लिए चुने गए और 2021-22 में भी दोबारा 7 छात्र मैरिटोरियस स्कूल के चुने गए।
इस संबंध में हेडमास्टर और स्टेट अवार्डी जसविंदर सिंह भुल्लर का कहना है कि यह वह खुशी और सम्मान है जिसे कभी भुलाया नही जा सकता। उन्होंने बताया कि 2020 में सरकारी हाई स्मार्ट स्कूल गिलांवाली (किला दर्शन सिंह) में जब उन्होंने बतौर हेडमास्टर का चार्ज लिया जब स्कूल में 134 छात्र थे। इसके बाद उनके स्टॉफ के सहयोग से उनके स्कूल की इनरोलमैंट 62 प्रतिशत बड़ी। उनके स्कूल में 35 प्रतिशत बच्चे इंगलिश मीडियम में पढ़तें हैं।उन्होंने बताया कि उनकी अपनी बेटी ने भी उनके स्कूल से दसवीं कक्षा पास की है। भुल्लर ने आगे बताया कि जीवन में उनकी आगे बढ़ने और कुछ करने की सोच के कदम हमेशा आगे बढ़ते ही रहेगें। उनके जीवन का यहीं उदे्श्य है कि इस समाज में और ज्यादा शिष्टता और समाजिक जागरूकता पैदा हो सके। भुल्लर ने आगे बताया कि उनको सबसे ज्यादा इस बात की खुशी है कि उनको सरकार ने उस स्कूल के मुख्यअध्यापक के तौर पर स्टेट अवार्ड दिया है,जहां वह कभी छोटे से छात्र के रूप में पढ़ा करते थे।