श्री गरू नानक देव जी के 535 वें विवाह पर्व पर बटाला में विशाल भव्य नगर कीर्तन निकाला।
-हजारों की संख्यां में संगत हुई नत्मस्तक,श्रद्धालुओं ने पूरे हर्षोउल्लास से मनाया बाबे का विवाह पर्व
-श्री गुरू ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में पंज प्यारों ने नगर कीर्तन की अगुवाई की
विक्की कुमार की विशेष रिपोर्ट
बटाला,3 सितंबर। पहली पातशाही श्री गुरू नानक देव जी औैर बीबी सुलक्खनी जी का 535 वां विवाह पर्व बटाला में शनिवार को पूरे हर्षोउल्लास से मनाया गया। शनिवार को सुबह बाबा नानक के ब्याह पर्व को समर्पित बटाला के सभी गुरूद्वारा साहिब में दो दिन पहले शुरू किए गए पाठ का भोग शनिवार को डालने के उपरांत बटाला के गुरूद्वारा डेहरा साहिब से श्री गुरू ग्रंथ साहिब को पालकी साहिब में सुशोभित करके पंज प्यारों की अगुवाई में एक विशाल व भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इस भव्य नगर कीर्तन में स्थानीय संगत के अलावा सुल्तानपुर लोधी से बारात के रूप में पहुंची संगत भी शामिल हुई। वहीं इस नगर कीर्तन में अन्य राज्यों से भी संगत बटाला पहुंची। नगर कीर्तन की अगुवाई कर रहे पंज प्यारों को रास्ते में विभिन्न संगठनों ने सिरोपा भेंट करके सम्मानित किया। पालकी साहिब के आगे-आगे गतका पारटी के खिलाड़ी अपनी युद्ध कला का अदभुद्ध प्रदर्शन बड़े ही बाखूबी ढंग से कर रहे थे। गुरू के प्रति आस्था इस हद तक थी कि करीब 100 लोग जिसमें महिलांए भी शामिल थी, श्री गुरू ग्रंथ साहिब की पालकी के आगे-आगे नंगे पांवों झाडूओं से रास्ते की सफाई कर रहे थे । नगर कीर्तन के दौरान जगह-जगह लंगर और ठंडे मीठे जल के स्टाल लगे हुए थे। बाबे के विवाह पर्व को लेकर शनिवार को बटाला के सभी गुरूद्वारों को सजाया गया था औैर गुरूद्वारों में गुरूबाणी का प्रवाह चल रहा था। बटाला स्वागती गेटों से भरा पड़ा था। नगर कीर्तन में ट्रालियों पर स्वार महिलाओं के कीर्तन जत्थे गुरू की बाणी का गुनगान करने में मस्त थे। बाबे के विवाह को लेकर शनिवार को बटाला शहर खचाखच भरा हुआ था क्योंकि बटाला के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी शनिवार सुबह ही बटाला पहुंच गए थे। सडक़ों के किनारे पर रागी,टाढ़ी और कविशर श्री गुरू नानक जी के जीवन और आर्दशों के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे थे। नगर कीर्तन गुरूद्वारा डेहरा साहिब से शुरू होकर पूरे शहर से गुजरते हुए देर रात को गुरूद्वारा श्री डेहरा साहिब में ही समाप्त हो गया। इस मौके पर शिरोमणि गुरूद्वारा प्रंबंधक कमेटी के कार्यकारी सदस्य एवं विवाह पर्व के मुख्य प्रबंधक जत्थेदार गुरिंदरपाल सिंह गोरा ने समूह संगत को उनके द्वारा दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
विशेष बाक्स- मुसलमान भाईचारें ने दूध का लंगर लगाकर भाईचारिक सांझीवालता का दिया संदेश।
इस नगर कीर्तन के दौरान शनिवार को जहां सिख संगत ने जगह-जगह लंगर लगाए वहीं संगत की सेवा में मुसलमान समूदाय भी जन सेवा में पीछे नही रहा। गांव अम्मोनंगल की नहर के पास मुस्लमान समूदाय के लोगों ने दूध का लंगर लगाकर पूरी दूनिया को धार्मिक सिख-मुस्लिम धार्मिक एकजुटता का संदेश दिया है। इस मौके पर मुसलमान समूदाय के छोटे-छोटे बच्चे भी इस दूध के लंगर में अपनी सेवा निभा रहे थे। समूदाय के लोगों ने कहा कि उनका यह संकल्प है कि वह आगे आने वाले बाबा जी के विवाह पर्वों पर भी ऐसे ही लंगर की सेवा करते रहेंगे।
हजारों की संख्या में गुरूद्वारा कंध साहिब में श्रद्धालु हुए नतमस्तक।
शनिवार सुबह सवेर से ही गुरूद्वारा कंध साहिब में तिल रखने के लिए भी जगह नही थी क्योंकि हरेक श्रद्धालु युगों से स्थापित ऐतिहासिक कच्ची कंध के दर्शन करने के लिए उत्सुक था। शनिवार सुबह करीब तीन बजे से ही गुरूद्वारा कंध साहिब में संगत का तांता लगना शुरू हो गया था। हजारों की संख्या में श्रद्धालु गुरूद्वारा कंध साहिब में नतमस्तक हुए।वहीं गुरूद्वारा साहिब के आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
सीएम भगवंत मान की पत्नी,बहन और माता गुरूद्वारा श्री कंध साहिब में हुए नत्तमस्तक।
बाबा नानक के ब्याह पर्व पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी डॉ.गुरप्रीत कौर,बहन मनप्रीत कौर और सीएम भगवंत मान की माता जी शनिवार को बटाला के गुरूद्वारा श्री कंध साहिब पहुंचे। उनके साथ बटाला के आप के विधायक अमनशेर सिंह शैरी कलसी भी उपिस्थत थे। सीएम की पत्नी डॉ.गुरप्रीत कौर,उनकी बहन और मां ने सबसे पहले गुरूद्वारा कंध साहिब में माथा टेका और इसके बाद पंगत में बैठकर लंगर प्रसाद्ध के रूप में छका।
नगर कीर्तन के दौरान पुलिस दिखी पूरी तरह से मुस्तैद।
श्रद्धा और आस्था के अलावा इस पर्व के दौरान पुलिस प्रशासन भी लोगों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद दिखा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मी तैनात थे। कुछ पुलिस कर्मी सिविल ड्रेस में भी पूरा माहौल पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए थे।