राहत- पानी का स्तर हआ कम, पानी के बहाव से टूटे हुए मार्ग को दोबारा बनाने में जुटी फौज और स्थानीय प्रशासन।
ग्राऊंड जीरो से विनोद सोनी की रिपोर्ट
डेरा बाबा नानक। रावी दरियां के पानी का स्तर कम होने से डेरा बाबा नानक के आस-पास के करीब दस गांव के लोगों के लिए राहत की खबर आई है। पिछले कुछ दिनों से रावी दरिया के पानी का लैवल बढ़ने से डेरा बाबा नानक से संबंधित गांवों में पानी ही पानी हो गया था। वहीं मिली जानकारी के अनुसार डेरा बाबा नानक का घन्नियां के बेट एक मात्र गांव ही ऐसा गांव है जहां लोग रहते है इसके अलावा डेरा बाबा नानक के गांव कसोवाल,पुराना वाहला,राजी कसोवाल, कसोवाल सहारन, राजी सहारन,गुनियां,नंगली,रसलूपुरा आदि में सिर्फ फसली जमीनें हैं। वीरवार को दरिया के पानी का लैवल कम होने के कारण पीडित गांवों के लोगों ने कुछ राहत महसूस की है। वहीं फौज और स्थानीय सिविल प्रशासन के अधिकारी और राहत कार्यों के लिए तीव्रता से जुट गए हैं।पानी के इस भयानक बहाव के कारण डेरा बाबा नानक के साथ लगते गांवों की कई एकड़ फसल भी खराब होने की संभावना जताई जा रही है।
वहीं फौज के अधिकारी अनिल कुमार और मंडी बोर्ड के एसडीओ बलदेव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दो दिनों से रावी दरिया का पानी का स्तर बढ़ने से और पानी के तेज बहाव के चलते हजारों एकड़ जिसमें धान और कमाद की फसल है,प्रभावित हुई है। विशेष तौर पर रावी दरिया से पार भारत-पाकिस्तान सरहद पर बसे कंडीली तार के नजदीक विभिन्न गांवों को संर्पक टूट चुका था। पानी का स्तर नीचे जाने से उनके द्वारा राहत कार्य ओर तेज कर दिए गए हैं। वहीं उन्होंने बताया कि स्थानीय सिविल प्रशासन ने उनका सहयोग करके सराहनीय काम किया है। वहीं उन्होंने बताया कि जिस गांव धोनेवाल में सड़की मार्ग में पाड़ पड़ गया था,उसकी मरम्मत के लिए बीएसफ,फौज की टीम और प्रशासनिक अधिकारी जुटे है और यह काम करीब 50 फीसदी हो चुका है और उनका टीचा है कि इस मार्ग को वीरवार की देर शाम तक चालू कर दिया जाएगा।