रोष- जीटी रोड के बीच ट्रैक्टर-ट्राली लगाकर बस चालक के परिवारिक सदस्यों ने किया प्रदर्शन
—मामला गांव बिजलीवाल के पास स्कूली बस में सात बच्चों के झुलसने का ………..
—पुलिस कार्रवाई से नाराज प्रदर्शनकारियों ने एक घंटा किया चक्का जाम
प्रदर्शनकारियों ने कहा- पुलिस कार्रवाई केवल चालक पर क्यों, खेत मालिक पर क्यों नही
डीएसपी बोले- मामले की करेंगे जांच,जो भी तथ्य सामने आंएगे,उसके अनुसार होगी कार्रवाई
विक्की कुमार
बटाला,10 मई- गांव वासियों के साथ मिलकर निजी स्कूल के बस ड्राइवर जगप्रीत सिंह निवासी गांव बिजलीवाल के पारिवारिक सदस्यों ने मंगलवार को बटाला जीटी रोड पर स्थित गांधी चौंक में चक्का जाम करके प्रदर्शन किया। बीच चौंक में ट्रैक्टर-ट्राली लगाकर प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंंटा प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। वहीं पुलिस द्वारा निजी स्कूल बस चालक पर किया गया मामला रद्द करने की मांग भी की।
इस मौके पर ड्राइवर जगप्रीत सिंह के भाई तरसेम सिंह और मां जसबीर कौर ने बताया कि चार मई को गांव बिजलीवाल के पास खेतों में नाड़ को आग लगने के कारण एक निजी स्कूल की बस खेत में पलट गई थी और बस को आग लग गई थी। बस में 32 बच्चे थे। इस हादसे में 7 बच्चे झुलस गए थे। उन्होंने आगे कहा कि असल में देखा जाए तो बस चालक जगप्रीत सिंह ने बहादुरी से अपनी जान की परवाह किए बिना अन्य बच्चों को बस के शीशे तोड़ कर बाकी बच्चों को बचाया था। दूसरी तरफ पुलिस ने केवल बस ड्राइवर जगप्रीत सिंह को आरोपी मानते हुए उस पर मामला दर्ज करके उसको गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इस हादसे से संबंधित उन खेत मालिकों पर कोई कार्रवाई नही की गई है जिसने अपने खेत की नाड़ को आग लगाई थी। उन्होंने कहा कि सभी पर बराबर कार्रवाई होनी चाहिए थी। अगर बस ड्राइवर चाहता तो वह मौके पर से भाग सकता था लेकिन ऐसा न करके उसने बच्चों की जानें बचा कर इंसानियत का फर्ज निभाया। वहीं प्रशासन ने उसको सम्मानित करने की बजाए उसको गिरफ्तार करके उसे जेल भेज दिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इंसाफ की मांग करते हुए कहा कि बस चालक पर किया गया मामला रद्द किया जाए। प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे डीएसपी सिटी देव सिंह ने बताया कि उन्होंने बस चालक के पारिवारिक सदस्यों की बात को सुना है। परिवारि वालों का कहना है कि बस ड्राइवर ने बच्चों की मदद की है और बस चालक पर गलत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी ने आगे बताया परिवार वालों ने जो उन्हें बताया है,पुलिस उसकी जांच करेगी,जो भी तथ्य सामने आंएगे,उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।