खेत में नाड़ को लगी आग के धुंए से एक निजी स्कूल की बस पलटी,बस को लगी आग
•बस में 32 बच्चे थे जिसमें 7 बच्चे झुलसे,बटाला के निजी अस्पताल में उपचाराधीन
•हादसा ग्रस्त बस पूरी तरह से जलकर हुई राख ,खेत मालिक और बस चालक पर मामला दर्ज
विक्की कुमार
बटाला,4मई। गांव बिजलीवाल के पास बुधवार को बाद दुपिहर खेत में नाड़ को आग लगाए जाने की वजह से एक निजी स्कूल की एक बस पलट गई। खेत में बस के पलटने के बाद स्कूली बस को भी आग लग गई। बुधवार को स्कूली बस बच्चों को लेकर उन्हें घर-घर छोड़ने जा रही थी जब यह अचानक हादसा हो गया। इस हादसे में सात बच्चे आग से झुलस गए है ,जिनका उपचार बटाला के एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार बुधवार की बाद दुपहिर को छुट्टी के बाद जब यह स्कूली बस गांव नया पिंड बरकीवाल की तरफ जा रही थी तो रास्ते में गांव बिजलीवाल के पास खेतों में किसी ने अपनी नाड़ को आग लगाई हुई थी। नाड़ को आग लगने की वजह से बहुत गहरा धुंआ उठ रहा था। खेतों में नाड़ को लगी आग के कारण उठ रहा धुंआ बस चालक की आखों में पड़ गया और बस का संतुलन बिगडते ही बस खेत में पलट गई और बस को आग लग गई। गांव के लोगों ने बस में सवार बच्चों को बाहर निकाला । बताया जा रहा है कि बस में करीब 32 बच्चे थे। जिसमें 7 बच्चे झुलस गए और घायल बच्चों को बटाला के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। इन सात बच्चों को ट्रीटमैंट देकर में 4 को डिस्चार्ज कर दिया गया है जबकि 3 बच्चों का इलाज अभी अस्पताल में ही चल रहा है। वहीं स्कूली की बस पूरी तरह से जलकर राख हो गई। गौर हो कि किसानों द्वारा अपने खेतों में नाड़ को आग लगाना सरकार द्वारा प्रतिबंधित है। लेकिन इस सब के बावजूद सरेआम खेतों में नाड़ को आग लगाई जाती है।
बटाला के एसडीएम अस्पताल पहुंचे बच्चों का हाल जानने-
अस्पताल में बच्चों का हाल जानने पहुंचे बटाला के एसडीएम राम सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच पड़ताल की जाएगी कि यह हादसा कैसे हुआ। इसके बाद जांच में जो सामने आएगा,उसके अनुसार ही बनती कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने आगे बताया कि जो बसें सेफ स्कूल वाहन स्कीम आधीन नही चल रहीं,उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहना है बस चालक जगप्रीत सिंह का-
इस हादसे के बारे में हादसाग्रस्त स्कूली बस के चालक जगप्रीत सिंह ने बताया कि जब वह बस लेकर जा रहा था तो खेतों में नाड़ को आग लगी हुई थी और गहरा धुंआ था। एक दम से हवा का तेज झोका आया और गहरा धुंआ उसकी तरफ आ गया। अचानक से बहुत ही गहरा धुंआ बस में दाखिल हो गया। उसी दौरान बच्चे चिल्लाने लगे तो एक बच्चा उस पर गिर गया। एक दम से उसकी बस खेत में पलट गई। जगप्रीत सिंह ने आगे बताया कि जब उसने सारे बच्चे बस से बाहर निकाल लिए तब बस को आग लग गई। बच्चों को बाहर निकालने में गांव के लोगों ने भी उसकी मदद की।
क्या कहना है एसएचओ थाना किला लाल सिंह का-
इस संबंध में थाना किला लाल सिंह के एसएचओ सुखइंदर सिंह ने बताया कि गलती दोनों ही पक्षों की है। पहले तो गलती ड्राइवर की है जिसने इतना धुंआ और आग को देखते हुए अपनी बस आगे निकालने का प्रयास किया और दूसरा खेत मालिक की है जिसने अपने खेत की नाड़ को आग लगाई थी। एसएचओ ने आगे बताया कि थाना किला लाल सिंह में बस चालक और खेत मालिक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।