दुबई में 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध हालत में हुई मौत के बाद गांव पहुंची मृतक देह, पैतृक गांव में किया अंतिम संस्कार
•मृतक के परिवार ने कहा- वह सरबत का भला ट्रस्ट का एहसान कभी नही भूल सकते
विक्की कुमार
बटाला,1 अप्रैल। बटाला के नजदीकी गांव उगरेवाल में उस वक्त माहौल गमगीन हो गया जब गांव का 22 वर्षीय सुखबीर सिंह की मृतक देह दुबई से सरबत का भला ट्रस्ट की मदद से गांव उगरेवाल पहुंची। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के मुताबिक 6 मार्च को सुखबीर की पानी में डूबने से मौत हुई थी। शुक्रवार को जैसे ही सुखबीर की मृतक देह गांव उगरेवाल पहुंची तो विशेष तौर सुखबीर की विधवा मां और दोनों मामा बिलख-बिलख कर रोने लगे। वही गांव के हर वासी के आंखे नम थी। सुखबीर अपनी मां का इकलौता बेटा था जो परिवार के भविष्य के 2019 में दुबई गया था। वहीं मृतक सुखबीर के पारिवारिक सदस्यों का कहना है कि वह सरबत का भला ट्रस्ट विशेष तौर पर एसपी सिंह ओबराय का देन कभी भी नही दे सकते क्योंकि जब उनका किसी ने साथ नही दिया तब उनका ट्रस्ट उनकी मदद के लिए सामने आया। आज अगर सुखबीर सिंह की मृतक देह उसके गांव में है तो यह सिर्फ सरबत का भला ट्रस्ट की मदद से ही संभव हो सका। वहीं शुक्रवार को गांव उगरेवाल के श्मशानघाट में सुखबीर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक सुखबीर के मामा सुखजिंदर सिंह ने बताया कि जब सुखबीर 6 महीने का था तो उस वक्त उसके पिता की मौत हो गई थी। उसका सारा पालन पोषण उन्होंने ही किया। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सुखबीर अपने परिवार के बढ़िया भविष्य के लिए 2019 में रिश्ते में अपनी मौसी के पास दुबई चला गया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 6 मार्च को सुखबीर की मृतक देह दुबई के समंदर के पास संदिग्ध हालत में मिली। जबकि सुखबीर के पारिवारिक सदस्यों को उसकी मौत के बारे में 26 मार्च को बताया गया। वहीं सरबत का भला ट्रस्ट के जिला प्रधान रविंदर सिंह मठारू ने बताया कि जैसे ही पीडि़त परिवार ने उनको इसके बारे में बताया तो ट्रस्ट के चेयरमैन एसपी सिंह ओबराय ने मात्र पांच दिनों में कागजी कार्रवाई करके सुखबीर की मृतक देह को उसके गांव उगरेवाल में पहुंचाया है।