शहीद गुरबाज सिंह का सरकारी एवं सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
•गांव के लोग बोले- उन्हें सैनिक गुरबाज सिंह की शहादत पर गर्व।
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
बटाला,12 फरवरी-अरूणाचल प्रदेश की भारत-चीन की सीमा पर तैनात भारतीय फौज के जवान गुरबाज सिंह के हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण शहीद हो गए थे। शनिवार की शाम को शहीद गुरबाज सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव मसानिया पहुंचा। शनिवार को गांव मसानिया में 22 वर्षीय शहीद गुरबाज का पूरे सरकारी एंव सैन्य सम्मान के साथ अतिंम संसकार कर दिया गया।
शहीद के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही पूरा गांव ” शहीद गुरबाज सिंह अमर रहे” के जैघोषों से गूंज उठा।सैनिक की टुकड़ी ने हवाई फायर करके शहीद गुरबाज को श्रद्धांजलि दी। जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर शहीद के घर पहुंचा तो गुरबाज की मां हरजीत कौर और बहन की आंखू में आंसुओ का सैलाब उमड़ पड़ा। शहीद की चिखा को उसके पिता गुरमीत सिंह ने मुख्ग्नि दी। इस मौके पर पहुंचे सैना के अधिकारियों ने भी सैल्यूट कर श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर बटाला के तहसीलदार जसकरण सिंह ने भी शहीद गुरबाज सिंह को श्रद्धांजलि भेंट की और शहीद के परिवार को आश्वासन दिया कि सरकारी नीतियों के तहत शहीद के परिवार की हर तरह की मदद की जाएगी। इस मौके पर गांव मसानियां के रहने वाले हरविंदर सिंह और मनजीत सिंह नागरा ने बताया कि गुरबाज सिंह 3 साल पहले ही भारतीय फौज में भरती हुआ था और इस समय गुरबाज अरूणाचल प्रदेश में भारत-चीन की सीमा पर तैनात था और भारतीय सेना की 62 मीडियम फील्ड रैजिमैंट में सेवांए निभा रहा था।
उन्होंने बताया कि 6 फरवरी को अरूणाचल प्रदेश की भारत-चीन की सरहद पर गश्त कर रहे 7 जवान बफीर्ले तूफान की चपेट में आ गए थे। इन जवानों में गुरबाज सिंह शहीद हो गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने गांव के जांबाज जवान गुरबाज सिंह पर गर्व है जिसने अपने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया।