20 महीनों के बाद पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में संगत ने किए दर्शन दीदार।
-बुधवार को पहले दिन 28 श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे ।
संगत की मांग-सरकार गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए लागू की जा रही कानूनी प्रक्रिया को सरल करें।
विनोद सोनी/विक्की कुमार
डेरा बाबा नानक/बटाला,17नवंबर-कोरोना की वजह से बंद पड़े कॉरिडोर को बुधवार 20 महीने के बाद पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पवित्र अवसर पर नानक नाम लेवा संगत के लिए बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर खोल दिया गया। बुधवार को करतापुर कॉरिडोर से होते हुए कुछ श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए गए। जानकारी के अनुसार बुधवार के लिए पहले दिन 49 लोगों की रजिस्ट्रेशन हुई थी जिसमें 28 श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए गए। इसमें 19 पुरष और 9 महिलांए बताई जा रही हैं। उक्त श्रद्धालुओं ने मंगलवार को ही दर्शनों के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था जिसके कारण उन्हें मंगलवार देर शाम को ही दर्शन करने की कानूनी अनुमति मिल गई थी।
बीएसएफ के अधिकारियों ने दर्शनो के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया-
बुधवार को गुरूद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए जा रही संगत से बकायदा तौर पर भारत की तरफ तैनात बीएसएफ के सुरक्षा कर्मियों ने पूछताश की और तब आगे जाने दिया। वहीं बुधवार सुबह बीएसएफ के ऑला अधिकारियों ने करतापुर के दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालुओं को सिरोपा भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
गुरूद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए जा रही संगत में एक अनौखी उमंग और चेहरों पर रूहानी खुशी दिखी-
बुधवार सुबह श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जा रही संगत का कहना था कि आज वह अपने आप को बहुत किस्मत वाले समझते हैं क्योंकि लंबे समय से उनके दिलों में यह आशा थी कि वह श्री गुरु नानक देव जी के चरणों स्पर्श प्राप्त पाकिस्तान स्थित गुरद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकेंगे। आज उनके मनों में अपार खुशी हैं जिसे वह बयां नही कर पा रहे। बुधवार को कुछ वह संगत भी पहुंची जो दूर दूर से ही गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने में व्यस्त थी।
संगत ने कॉरिडोर के सदा ऐसे ही खुले रहने की अरदास की –
वहीं गुरदासपुर के देवेंद्र और उसकी पत्नी जो श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जा रहे थे ,ने बताया उनको बहुत खुशी है कि करीब डेढ़ साल के बाद प्रभु की कृपा से और संगत की अरदास से दोबारा कॉरिडोर खुला है। वह बहुत अच्छा महसूस कर रहें हैं। उन्होंने बताया वह प्रभु के आगे की अरदास करते हैं कि कॉरिडोर ऐसे ही खुला रहे और संगत ऐसे ही गुरु साहब के दर्शन करती रही। उन्होंने बताया कि उन्होंने मंगलवार को रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था और उन्हें मंगलवार रात को ही गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने की अनुमति मिल गई।
दो श्रद्धालु आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में देरी होने की वजह से बुधवार को दर्शनों के लिए नही जा सके-
दिल्ली से पहुंचे हरपाल सिंह ने बताया कि वह पांच लोग दर्शनों के लिए आए थे। 5 लोगों में से उनके तीन लोग दर्शनों के लिए पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पहुंच गए हैं जबकि वह और उसका एक अन्य साथी नहीं जा सके क्योंकि उन दोनों की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने में देरी हो गई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मंगलवार ही ऑनलाइन अप्लाई किया था और मंगलवार शाम को ही उन्हें परमिशन का फोन आ गया था। अब जैसे ही आरटी पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट आ जाएगी ,वह दर्शनों के लिए चले जाएंगे।
संगत ने दर्शनों के लिए कानूनी प्रकिया को सरल करने की मांग की-
वहीं कुछ श्रद्धालुओं में सरकार से मांग की है कि गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए संगत पर लागू की जा रही प्रक्रिया को थोड़ा सरल किया जाए ताकि हर एक श्रद्धालु आसानी से गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकें। बता दें कि वीरवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके कैबिनेट मंत्री पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर के दर्शनों के लिए जाएंगे। इसके अलावा कई धार्मिक शख्सियतें भी संगत के रूप में गुरूद्वारा साहिब में नतमस्क होगी।