राजौरी सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान बटाला के सैनिक मनदीप सिंह ने शहादत का पिया जाम
⇒सैनिक मनदीप सिंह का जन्म भी अक्तूबर में हुआ था और अब शहादत भी अक्तूबर में हुई
⇒ सैनिक मनदीप सिंह दृढ़ संकल्प सिपाही के साथ अच्छा फुटबाल का खिलाड़ी भी था
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
बटाला,11अक्तूबर। बटाला के अलीवाल रोड पर स्थित गांव चट्ठा के रहने वाले भारतीय फौज के जवान 30 वर्षीय मनदीप सिंह कश्मीर में डियूटी के दौरान आतंकियों से लोहा लेते वक्त शहीद हो गए। सोमवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान बटाला के जवान ने शहादत का जाम पिया। मनदीप सिंह 11 सिख युनिट की 16 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। जैसे ही बटाला के गांव चट्ठा में मनदीप की शहादत की सूचना मिली तो पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। शहीद मनदीप सिंह के घर में मातम छा गया। जैसे ही लोगों को मनदीप की शहादत की सूचना मिली तो क्षेत्र के लोग शहीद मनदीप सिंह के घर सांत्वना देने पहुंच गए और कुछ ही समय में मनदीप सिंह के घर लोगों का तांता लग गया। बतां दे कि 20 दिन पहले ही मनदीप छुट्टी काटकर वापिस अपनी डियूटी पर वापिस गए थे।
मनदीप के दो बेटे हैं। शहीद मनदीप सिंह के दो भाई हैं। बड़ा भाई भी फौज में हैं जबकि शहीद मनदीप सिंह का छोटा भाई विदेश में रहता है। मनदीप सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार काे उनके पैतृक गांव चट्ठा में पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस संबंध में गुरविंदर सिंह निवासी गांव चट्ठा ने बताया कि मनदीप सिंह एक बहादुर सैनिक के साथ-साथ फुटबाल का खिलाड़ी भी था। मनदीप सिंह सितंबर 2011 में फौज में भर्ती हुआ था। उन्होंने बताया कि मनदीप सिंह के अंदर देश के प्रति प्रेम का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था। उन्होंने बताया कि सबसे अजीब बात यह है कि अक्तूबर महीने में ही मनदीप का जन्म हुआ था और अक्तूबर माह में मनदीप सिंह शहीद हुआ है। लेकिन उनके लिए गर्व की बात है कि मनदीप ने देश की खातिर अपनी जान दे दी है। इस संबंध में रोती बिलखती मनदीप सिंह की मां मनजीत कौर ने बताया कि उसे अपने बेटे की मौत कर बहुत गम है,उस पर वह पहाड़ टूटा है जिसका उसने कभी सोचा ही नही था मगर उसे इस बात का गर्व भी है कि उसके बेटे ने अपने देश की रक्षा की खातिर अपने जीवन का बलिदान दे दिया।