बटाला के एसएल बावा काॅलेज के हिन्दी विभाग द्वारा मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर वेबिनार आयोजित
⇒ऐसे आयोजन विद्यार्थियाें को साहित्य और साहित्यकाराें से जाेड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं-डाॅ.मंजुला उप्पल ।
⇒काॅलेज के आईक्यूएसी के निर्देशक डाॅ.मुनीष यादव ने मुख्यवक्ता एवं प्रतिभागियाें का धन्यवाद किया।
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
बटाला,5 अगस्त- एसएल बावा डीएवी काॅलेज बटाला की प्रिंसिपल डाॅ.मंजुला उप्पल की अध्यक्षता में आईक्यूएसी के अंतर्गत हिन्दी विभाागध्यक्ष डाॅ.सराेज बाला की देख-रेख में ‘मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर मुंशी प्रेमचंद-साहित्य की वर्तमान प्रासंगिकता’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुख्यवक्ता के रुप में डाॅ.अनीता नरेन्द्र एसाेसिएट प्राेफेसर और अध्यक्ष हिन्दी विभाग बीबीके डीएवी काॅलेज अमृतसर ऑनलाइन जुड़ीं। इस वेबिनार में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के विविध महाविद्यालयाें से प्रतिभागी सम्मिलित हुए। इस माैके काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ.मंजुला उप्पल ने मुख्य वक्ता और प्रतिभागियाें का स्वागत किया और कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियाें काे उच्च काेटि के साहित्य और साहित्यकाराें की शिक्षाओं से जाेड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस दाैरान डाॅ.अनीता नरेन्द्र ने मुंशी प्रेमचंद जी के कथा-साहित्य में चित्रित किसान, मजदूर, नारी, वृद्ध, प्रकृति, पशु-पक्षियाें, संबंधाें में बिखराव, नैतिक-मूल्याें आदि पर प्रकाश डाला और कहा कि मुंशी प्रेमचंद का साहित्य आज 21वीं सदी में भी प्रासंगित है, क्याेंकि जिन समस्याओं, चुनाैतियाें, परिस्थितियाें की बात प्रेमचंद ने की है, वे आज भी अपना रुप बदलकर हमारे समक्ष खड़ी हैं, इसलिए अमर साहित्यकार, कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद का साहित्य पढ़कर हमें इन समस्याओं के समाधान प्राप्त हाे सकते हैं। इस माैके हिन्दी विभागाध्यक्षा डाॅ.सराेज बाला ने मुंशी प्रेमचंद जयंती पर सभी काे बधाई दी और स्टूडेंट्स काे मुंशी प्रेमचंद का साहित्य पढ़ने के लिए प्रेरित किया। वेबिनार काे सूचारु ढंग से संचालित करने में संस्कृत विभागाध्यक्ष डाॅ.नवीन चंद और असिस्टेंट सुमनप्रीत काैर ने अपना सहयाेग दिया। वेबिनार के अंत में काॅलेज के आईक्यूएसी के निर्देशक डाॅ.मुनीष यादव ने मुख्यवक्ता एवं प्रतिभागियाें का धन्यवाद किया। इस अवसर पर काॅलेज के समस्त टीचिंग और नाॅन टीचिंग स्टाफ सदस्य ऑनलाइन उपस्थित थे।