मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्कूल शिक्षा में पंजाब को अव्वल दर्जे का राज्य बनाने के लिए अध्यापकों को दी बधाई
⇒मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों में विदेशी भाषाएं पढ़ाने की संभावनाएं तलाशने के लिए कहा
न्यूज4पंजाब ब्यूरो।
चंडीगढ़,10 जून। भारत सरकार द्वारा जारी किए गए परफॉर्मैंस ग्रेडिंग इंडैक्स (पीजीआई) 2019-20 में देश भर में पंजाब को शिक्षा में अव्वल दर्जे का राज्य बनाने के लिए अध्यापकों और स्कूल शिक्षा विभाग के समूचे स्टाफ को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने वीरवार को एक वीसी में कहा कि यह सचमुच ही बहुत गर्व की बात है कि पंजाब ने यह गौरवमयी उपलब्धि हासिल की है, जो कि उनके सामूहिक यत्नों, मेहनत, लगन और इमानदारी का नतीजा है। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग खासकर विभाग के सचिव को भी अपील की कि आने वाले समय में भी इस दर्जे को बरकरार रखें। उन्होंने ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, स्मार्ट स्कूल नीति, प्री-प्राईमरी शिक्षा, डिजिटल शिक्षा और सरहदी क्षेत्रों में काम कर रहे अध्यापकों का विशेष काडर बनाने जैसी कुछ अहम पहलकदमियों की सराहना की, जिससे राज्य भर में शिक्षा के मानक में बेहतरीन सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि यह इस बात से भी स्पष्ट होता है कि पिछले चार सालों से लगभग 5.6 लाख विद्यार्थी प्राईवेट से सरकारी स्कूलों में तबदील हुए हैं, जिससे दाखि़लों में 29 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है और इस तरह बच्चों के माता-पिता फिर से सरकारी स्कूलों में विश्वास दिखा रहे हैं। इसके अलावा बदलते दौर के साथ कदम मिलाकर चलने की कोशिश के तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज यहाँ सरकारी स्कूलों में विदेशी भाषाएं सीखने के इच्छुक विद्यार्थियों को चुनिंदा विषयों के तौर पर विदेशी भाषाएं पढ़ाने का मौका देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा विभाग को विद्यार्थियों को चीनी, अरबी और फ्रैंच जैसी विदेशी भाषाएं सीखने के योग्य बनाने के लिए रूप-रेखा तैयार करने के लिए कहा, क्योंकि यह भाषाएं विश्व भर में रोजग़ार प्राप्त करने के लिए उनके लिए सहायक सिद्ध हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि हालाँकि, पंजाबी हमारी मातृभाषा है और स्कूलों में अंग्रेज़ी भाषा पहले ही सिखायी जा रही है और अब विदेशी भाषाओं का अतिरिक्त ज्ञान हमारे विद्यार्थियों को अपना कॅरियर बेहतर बनाने में सहायता करेगा। हमारे लोगों की कुछ नया करने की भावना के बारे में अपने तजुर्बे साझा करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि काफ़ी समय पहले कपूरथला जि़ले से गुजऱते हुए उन्होंने एक ग्रामीण क्षेत्र में एक तख़्ती देखी, जिसमें उस स्थान की दिशा संबंधी बताया गया था, जहाँ इटालियन भाषा सिखाई जाती थी। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि हमारे लोग खासकर नौजवान विदेशों में निवास के लिए विदेशी भाषाएं सीखने के इच्छुक हैं और स्कूल शिक्षा विभाग की ऐसी पहलकदमी विद्यार्थियों को उनकी इच्छाएं पुरी करने में सहायता करेगी।
इस मौके पर संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि विभाग विदेशी भाषाओं में ऑनलाइन कोर्सों की सुविधा वाले डिजिटल प्लेटफार्मों के साथ तालमेल बनाकर काम करेगा, जिससे हमारे विद्यार्थी अपनी पसंद की विदेशी भाषाएं सीख सकें। ।
वहीं सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि यह बड़े गर्व वाली बात है कि भारत सरकार ने परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडैक्स (पीजीआई) रैंकिंग को 2017 में पेश किया था और हमारे राज्य ने इस साल भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए 70 मापदण्डों में 1000 में से 929 अंक प्राप्त करके राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया है।