तृप्त बाजवा ने बटाला में राज्य स्तरीय समारोह के दौरान मुंहखुर टीकाकरण मुहिम की शुरूआत की
⇒पूरे पंजाब में भैसों,गाय,बकरियों,भेड़ों और सूरों को इस बिमारी से बचाने के लिए फ्री टीके लगांंए जांएगे- बाजवा
न्यूज4पंजाब ब्यूरो।
बटाला,16अक्तूबर।पंजाब सरकार के पशु पालन विभाग द्वारा एन.ए.डी.सी.पी प्रोग्राम के अधीन मुंहखुर टीकाकरण मुहिम की शुरुआत शुक्रवार को बटाला के नजदीक गांव दयालगढ़ में की गई। वहां करवाए राज्य स्तरीय समागम में राज्य के पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए। टीकाकरण की शुरुआत करते हुए पशु पालन और डेयरी विकास मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि पूरे पंजाब में आज से भैंसों, गायों, बकरियों, भेड़ों और सूरों को मुंहखुर बीमारी से बचाने के लिए मुफ्त टीके लगाए जाएंगे। विभाग द्वारा इस टीकाकरण प्रोग्राम को कामयाब करने के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। विभाग के समूह अधिकारियों व कर्मचारियों को कहा कि चाहे इस समय कोविड-19 की महामारी चल रही है, लेकिन इस सबसे बचाव करते हुए पशुओं की टीकाकरण मुहिम में कोई ढील नहीं आनी चाहिए। बाजवा ने कहा कि मुंहखुर टीकाकरण के साथ-साथ पशुओं के कान पर 12 नंबर का टैग लगाया जाएगा और यह टैग आधार कार्ड की तरह पशु की पहचान, मालिक का पता, वैक्सीन की तारीख और एआई की तारीख के बारे में जानकारी देगा। विभाग द्वारा सारे काम को ऑनलाइन किया जाएगा। पशु पालन विभाग द्वारा पशु अस्पतालों और डिस्पेंसरियों की मरम्मत का काम और पशुओं के इलाज के लिए जरुरी सामान की पूर्ति भी की जा रही है। उन्होंने किसानों को अपील की कि वह अपनी आमदन को बढ़ाने के लिए पशु पालन, बकरी पालन, सूर पालन आदि सहायक धंदे जरुर शुरु करें। विभाग द्वारा बढ़िया नस्ल की दूध देने वाली भैंसों की नस्ल तैयार करने के यत्न किए जा रहे हैं, ताकि पशु पालकों को भैंसे रखने के लिए उत्साहित किया जा सके। पशु पालन विभाग के संयुक्त निर्देशक डॉ.संजीव खोसला ने बताया कि मुंहखुर का रोग एक विषाणु से होने वाला रोग है, जोकि पशुओं में बहुत ज्यादा नुकसान करता है। इस मौके पर एसएसपी बटाला रछपाल सिंह, एसडीएम बलविंदर सिंह, डॉ.सरबजीत सिंह रंधावा एसवीओ बटाला, डॉ.गुरदेव सिंह, डॉ.नरेश कोछड़ इंचार्ज पंजाब वैटनरी वैक्सीन इंस्टीच्यूट लुधियाना, डॉ.अमरजीत सिंह, सुभाष चंद्र डीवीआई, कुलदीप सिंह वीआई, बुद्ध सिंह वीआई के अलावा चेयरमैन सुखविंदर सिंह काहलों, सलविंदर सिंह, सरपंच गांव दयालगढ़ के अलावा पशु पालक मौजूद थे।