पंजाब पुलिस ने हथियारों समेत पठानकोट से पकड़ा लशकर-ए-तैयबा का तीसरा आतंकवादी
अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद बचकर कश्मीर भागने की कोशिश कर रहा था जावेदः डी.जी.पी.
न्यूज4पंजाब ब्यूरो
पठानकोट/चंडीगढ़, 13 जून। कश्मीर वादी में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए हथियारों की तस्करी करने की कोशिश करने वाले, जम्मू कशमीर के साथ सम्बन्धित दो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आमिर हुसैन वानी और वसीम हसन वानी की गिरफ्तारी से एक दिन बाद, पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को उनके तीसरे साथी को उस समय पर गिरफ्तार कर लिया, जब वह कश्मीर भागने की कोशिश कर रहा था।
तीसरे संदिग्ध आतंकवादी की पहचान जावेद अहमद भट्ट (29 साल) निवासी गाँव शरमल, जिला शोपियां (जम्मू कशमीर) के तौर पर हुई है। पठानकोट पुलिस द्वारा उसे अमृतसर-जम्मू हाईवे पर धोबड़ा पुल, पठानकोट से उसके ट्रक नंबर जे.के.-22-8711 समेत रोका गया और गिरफ्तार कर लिया, जब वह अपने साथियों की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर वादी की तरफ भागने की कोशिश कर रहा था। डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार, जावेद उसी गाँव का रहने वाला है, जहाँ के पहले पकड़े गए लश्कर के दो अन्य आतंकवादी हैं, और यह उनका बचपन का दोस्त है। यह तीनों पिछले 2-3 सालों से एक साथ ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रही थे और इनका दिल्ली, अमृतसर और जालंधर आना-जाना लगा रहता था। जम्मू-कशमीर के होमगार्ड जवान आरिफ अहमद भट्ट का भाई जावेद, खुद 2012 में यूनिट द्वारा चुना गया था परन्तु बाद में इसने नौकरी छोड़ दी थी। जावेद की शुरूआती पूछताछ से पता चला है कि वह दूसरे साथियों आमिर और वसीम के साथ कश्मीर घाटी से अमृतसर आया था, फल और सब्जियाँ लाने की आड़ में हथियारों की खेप लेने के लिए वह दो ट्रकों में आए थे और 11 जून को वल्लाह रोड के पास से खेप उठाकर, आमिर और वसीम ने जावेद को अमृतसर में पीछे रहने के लिए कहा थी, जिससे कि लश्कर के इशफाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान के निर्देशों पर अमृतसर में रहकर हथियारों के व्यापारी के साथ संपर्क बनाया जा सके।
डीजीपी ने कहा कि इन तीनों आतंकवादियों के पंजाब, जम्मू और कशमीर में मौजूद अन्य कड़ियों और संबंधों की आगे की जांच जारी है। उन्होंने इन गिरफ्तारियों को पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों के समर्थन वाले विशाल आतंकवादी नैटवर्क का हिस्सा बताया है। श्री गुप्ता ने कहा कि प्राप्त खुफिया जानकारी से यह संकेत मिलता है कि पाक की एजेंसी आईएसआई, आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पंजाब और कश्मीर की सरहद से हथियारों की खेप और घुसपैठ करने वाले आतंकवादी भेज रहा है।
इससे पहले, 25 अप्रैल, 2020 को, पंजाब पुलिस ने जम्मू-कशमीर के एक और नौजवान, हिलाल अहमद वागे, जोकि मारे गए हिजबुल मुजाहीदीन के कमांडर रियाज अहमद नायकू के निर्देशों पर अमृतसर से नशीले पदार्थ लेने के लिए आया था, को गिरफ्तार किया था। उस केस में भी, हिलाल अहमद ने एक ट्रक का प्रयोग नशों के पैसे लेजाने के लिए किया था।