बटाला में डेढ साल की नन्ही बच्ची ने कोरोना के खिलाफ जंग में लगे अधिकारियों के सम्मान में तालियां बजाई।
-बटाला में पसरा सन्नाटा, बटाला के लोगों ने सरकार का दिया भरपूर सहयोग।
-बंद बाजारों से लगा कि लोग कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार के साथ चटटान की तरह खडें।
कंवल/संदीप कोच/विनोद सोनी की विशेष रिपोर्ट
बटाला/डेरा बाबा नानक। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी सेवाए देने वाले वाले सिविल ,पुलिस अधिकारियों और सेहत विभाग के अधिकारियों के सम्मान के लिए रविवार को शाम को सभी को अपने घरों की छत्तों पर और बालकोनी में खड़े होकर तालिया बजाने की अपील की थी। बटाला में जैसे ही पांच बजे तो बटाला के लोग अपने छत्तों पर चढ़ गए और तालियां और थालियां बजाने लगे। सबसे हैरान करने वाली बात तब सामने आई जब बटाला की रहने वाली महज डेढ़ साल की नन्ही बच्ची हर्षिता ने भी अपने पारिवार वालों के साथ मिलकर तालियां बजाई और प्रधानमंत्री की इस कंपेन में अपना सहयोग देकर सभी अधिकारियों का सम्मान किया
वहीं बटाला में जनतक कर्फ्यू के दौरान रविवार को पूरे बटाला में सन्नाटा पसार गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील को सब बटाला के लोगों ने साथ दिया। रविवार सुबह से ही दुकाने बंद रही। सड़कों पर कोई नही था। लोगों ने घर से न निकल कर इस बात का सबूत दिया कि वह कोरोना से मुकाबला करने में वह सरकार के साथ चट्टान की तरह खडे है। वही बटाला का बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी सन्नाटा पसरा रहा।
शहर तो एक तरफ बटाला के आस-पास के गांव के लोगों ने भी सरकार के इस ऐलान का पूरा तरह से सहयोग दिया। सड़कों पर सिर्फ पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मी ही थे। रविवार को पूरा दिन बटाला वासी अपने घरों में ही रहे। इसके अलावा डेरा बाबा नानक में भी पूर्ण तौर पर बाजार और दुकानें बंद रही। लोग घरों में ही बैठे रहे। इसके बाद रविवार को शाम पांच बजे थालियां बजा कर अपना सहयोग दिया।